दिल्ली-NCR में हवा हुई जहरीली , AQI 400 पार

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आस-पास के NCR क्षेत्र में वायु प्रदूषण एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुँच गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB), दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC), उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UPPCB), और भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के ज़्यादातर इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार हो गया है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। गाजियाबाद में वसुंधरा में AQI 460, इंदिरापुरम में 412, लोनी में 401 और संजय नगर में 387 रिकॉर्ड किया गया। नोएडा में भी स्थिति बेहद चिंताजनक है। सेक्टर-1 में AQI 460, सेक्टर-116 में 429, सेक्टर-125 में 419 और सेक्टर-62 में 398 रिकॉर्ड किया गया। दिल्ली में स्थिति और भी ज़्यादा खराब दिख रही है। आनंद विहार में AQI 468, नेहरू नगर में 457, ओखला फेज-2 में 455, RK पुरम में 446, पंजाबी बाग में 441, पटपड़गंज में 439 और अशोक विहार में 443 रिकॉर्ड किया गया। चांदनी चौक में AQI 428, बवाना में 427, DTU में 420, पूसा में 417 और अलीपुर में 407 था। लगभग सभी मॉनिटरिंग स्टेशनों पर हवा सांस लेने लायक नहीं है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 25 दिसंबर से न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। 23 दिसंबर को अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस था, जबकि 24 और 25 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 7 से 9 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की उम्मीद है। इस दौरान सुबह और रात में हल्का से मध्यम कोहरा रहेगा, जिससे प्रदूषण और बढ़ सकता है। प्रदूषण के कारण अस्पतालों में सांस की समस्या, अस्थमा, एलर्जी और आंखों में जलन से पीड़ित मरीजों की संख्या में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है। डॉक्टरों के अनुसार, OPD में प्रदूषण से प्रभावित मरीजों की संख्या में लगभग 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। बच्चे, बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग खासकर परेशान हैं। स्थिति को देखते हुए दिल्ली-NCR में GRAP-4 नियम लागू हैं। इन नियमों के तहत, दिल्ली में BS-6 स्टैंडर्ड से नीचे के वाहनों की एंट्री पूरी तरह बैन कर दी गई है, कंस्ट्रक्शन का काम रोक दिया गया है, और स्कूलों में ऑनलाइन/हाइब्रिड पढ़ाई शुरू कर दी गई है। इसके बावजूद, प्रदूषण के लेवल में कोई खास सुधार नहीं दिख रहा है।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि ठंडे मौसम, कोहरे, हवा की धीमी रफ्तार और लोकल प्रदूषण के सोर्स की वजह से अभी राहत की उम्मीद कम है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बेवजह बाहर न निकलें, मास्क पहनें और अगर कोई भी स्वास्थ्य संबंधी लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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