Jaipur Truck Crash: जयपुर में काल बनकर सड़क पर दौड़े डंपर ने 14 लोगों की जिंदगियों को लील कर जो तबाही मचाई है उसकी कहानी जो कोई सुन रहा है उसे रोंगटे कांप जा रहे हैं। लोगों में डर, गुस्सा और व्यथा एक साथ ऐसी झलक रहा है कि मानो वो सिस्टम और सियासतदानों से ये पूछ रहा है कि कब तक..आखिर कब तक..और कितना खून बहेगा और कितना चीखें इन सड़कों पर सुननी पड़ेंगी। जयपुर के लोहा मंडी से लेकर 14 नंबर अजमेर पुलिया तक डंपर ने जो तबाही मचाई उसके इशारा खुद डंपर ने अपने पीछे लिखे पैगाम से दे रहा था जिसकी चर्चा भी लोगों के बीच हो रही है।
दम है तो पास कर वरना बर्दाश्त कर…
दरअसल जिस डंपर ने सड़क पर मौत का नाच दिखाया है उस डंपर के पीछे एक पैगाम लिखा हुआ था, जो इस डंपर की आक्रामकता को भी दिखा रहा था। इस डंपर के पीछे लिखा है कि ‘दम है तो पास कर वरना बर्दाश्त कर’। जी हां इस पैगाम के साथ इस डंपर का ड्राइवर कल्याण मीणा लोहा मंडी के पेट्रोल पंप से कार सवार से कहासुनी कर निकला और उसके बाद जो उसने आखिर सड़क पर दिखा ही दिया कि अगर बर्दाश्त नहीं किया तो वो किस तरह मौत को अपने साथ बुला सकता है।
अब तक 14 की मौत, 3 लोगों की हालत बेहद गंभीर
हरमाड़ा थाना इलाके में हुए इस सामुहिक हत्याकांड में मरने वालों की संख्या 14 हो गई है। वहीं 3 लोगों की हालत बेहद गंभीर है। इनका इलाज SMS अस्पताल में किया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि लोहामंडी से निकल कर रॉग साइड पर चलते हुए डंपर के ड्राइवर कल्याण मीणा ने 500 मीटर की दूरी में ही कई लोगों को रौंद डाला। डंपर की गति उस वक्त 120 किलोमीटर प्रति घंटा थी। ऐसे में डंपर के सामने जो कुछ भी आ रहा था, वो उसे कुचलता हुआ चला जा रहा था। जगह-जगह सड़क पर खून बिखर गया था, लोगों की लाशें बिछ गई थीं। हर कदम पर लोगों के कटे-फटे शव पड़े थे। कई शवों के तो कपड़े तक फट गए थे। लोगों ने खुद उन पर कपड़ डाले। डंपर ने करीब 17 वाहनों को कुचल दिया। जिसमें कम से कम 20 लोग रौंद दिए गए। इनमें से 14 की मौत हो चुकी है। बाकियों का कांवटिया और SMS अस्पताल में इलाज चल रहा है।
5 मिनट से बची सैकड़ों बच्चों की जान
रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस जगह से हादसा हुआ वहां पर एक स्कूल भी स्थित था और इस स्कूल की हादसे के 5 मिनट बाद छुट्टी भी होने वाली थी। अगर बच्चों की छुट्टी 5 मिनट पहले हो जाती तो ये हादसा इतना भयावह हो जाता जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। इस पर लोगों का कहना है कि ईश्वर ने ही इन बच्चों को बचाया है।