दिसंबर का महीना ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दौरान सूर्य देव अपनी राशि परिवर्तन करते हैं, जिसका असर सभी 12 राशियों पर पड़ता है। ज्योतिष के अनुसार, 15–16 दिसंबर के आसपास सूर्य वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। इस गोचर को धनु संक्रांति कहा जाता है और इसी के साथ खरमास की भी शुरुआत हो जाती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करते ही विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन और अन्य मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाता है। हालांकि यह समय पूजा-पाठ, व्रत, दान और साधना के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।
सभी राशियों पर पड़ेगा असर
सूर्य के इस राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी 12 राशियों पर दिखाई देगा, लेकिन कुछ राशियों के लिए यह गोचर विशेष लाभकारी साबित हो सकता है।
मेष राशि वालों को भाग्य का साथ मिलने की संभावना है। करियर में उन्नति के योग बनेंगे और धार्मिक गतिविधियों में रुचि बढ़ेगी।
वृषभ राशि के जातकों को आर्थिक मामलों में राहत मिल सकती है। रुका हुआ धन मिलने के संकेत हैं और निवेश से लाभ संभव है।
मिथुन राशि वालों के लिए साझेदारी से जुड़े काम सफल रहेंगे। दांपत्य जीवन में सुधार और विदेश से जुड़े अवसर मिल सकते हैं।
कर्क राशि के जातकों को नौकरी और व्यवसाय में तरक्की मिल सकती है। विरोधियों पर विजय और स्वास्थ्य में सुधार के योग हैं।
सिंह राशि के लिए यह समय संतान सुख और मान-सम्मान बढ़ाने वाला रहेगा। रचनात्मक कार्यों में सफलता मिल सकती है।
कन्या राशि के जातकों को पारिवारिक सुख मिलेगा। घर या संपत्ति से जुड़े मामलों में सकारात्मक परिणाम आ सकते हैं।
तुला राशि वालों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और छोटी यात्राएं लाभकारी रहेंगी।
पूजा-पाठ का मिलेगा विशेष फल
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, धनु संक्रांति के बाद भगवान विष्णु की आराधना, सूर्य को अर्घ्य देना और दान-पुण्य करना विशेष फलदायी होता है। माना जाता है कि इस अवधि में किया गया जप-तप जीवन में सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा लेकर आता है।